कैसे कह दे कलयुग ने बस पाँव धरा है। आ जाओ अब नीले घोड़े पर तुम कल्कि। और अनर्थ ना होने दो, बस अब इस ... कैसे कह दे कलयुग ने बस पाँव धरा है। आ जाओ अब नीले घोड़े पर तुम कल्कि। और अनर्थ न...
दुर्दिन दिन के भावावेश कहां दुर्दिन दिन के भावावेश कहां
अहो ! धिक्कार हम सबको धनुष धारण कर खड़े हम रहे अहो ! धिक्कार हम सबको धनुष धारण कर खड़े हम रहे
ये औरत ही है ज़नाब जो बनाती है एक आदमी को आदमी से इंसान। ये औरत ही है ज़नाब जो बनाती है एक आदमी को आदमी से इंसान।
पर हाय धरती मां का सीना छलनी करने में लज्जा ना आई। पर हाय धरती मां का सीना छलनी करने में लज्जा ना आई।
जब पूरी दुनिया कृष्ण को भगवान है मानती तो क्यों बने कृष्ण अर्जुन के सारथी? जब पूरी दुनिया कृष्ण को भगवान है मानती तो क्यों बने कृष्ण अर्जुन के सारथी?